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क्या भारतीय बाजार में बंद होनी जा रही है Diesel car, नितिन गडकरी का बड़ा बयान आया सामने
भारतीय बाजार में Diesel car का एक अलग ही महत्व रहा है, अधिकतर डीजल गाड़ियों का प्रयोग बड़ी कामों के लिए किया जाता है इसके अलावा इसका प्रयोग छोटे गाड़ियों में भी किया जाता है। इन सब के अलावा पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार आसमान छूने को तैयार है, ऐसे में एक और खबर निकल कर आती है कि अब भारतीय बाजार में डीजल गाड़ियों को बंद करने के बारे में बात की जा रही है।
नितिन गडकरी जी ने नई दिल्ली में 63 SIAM वार्षिक सम्मेलन में दर्शकों को संबोधित करते हुए घरेलू उत्पाद और देश के विकास में ऑटो उद्योग को एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में बताया है। लेकिन यह बात उसे समय चर्चा में आ गई जब उन्होंने डीजल वाहनों पर 10% जीएसटी लगाने की बात कही, हालांकि इसके बाद श्री नितिन गडकरी जी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट जारी किया, जिसमें कि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार के पास फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, की डीजल गाड़ियों को बंद की कर दिया जाए।
हालांकि उन्होंने याद दिलाया कि आने वाले समय में स्वच्छ और हरित वैकल्पिक ईंधन पर स्विच करना बहुत ही अनिवार्य होने वाला है।
Diesel car ban india
नितिन गडकरी जी का Diesel car पर ट्वीट
हम नितिन गडकरी जी को अपने वादों को पूरा करने के लिए जानते हैं ,चाहे वह राजमार्गों का काम हो या फिर एक्सप्रेसवे का काम इनका विस्तार बहुत ही तेजी से भारतीय बाजार में हो रहा है, इन सब के अलावा भी हम नितिन गडकरी जी को वाहनों पर अधिक सुरक्षा मानदंड को लागू करने के लिए और इनका पालन करवाने के लिए भी धन्यवाद देते हैं। नितिन गडकरी जी ने यह सुरक्षित किया है कि चीज निर्धारित लक्षण और उपदेशों के अनुसार किया जाए, इसीलिए नितिन गडकरी जी जब कोई बयान देते हैं तो उन्हें काफी गंभीरता से ली जाती है, और यही हमें 63वें SIAM वार्षिक सम्मेलन में भी देखने को मिला।
नितिन गडकरी जी ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया है कि वह OEMs से स्वच्छ और हरित ईंधन को अपनाने के लिए अनुरोध कर रहे हैं। उनका कहना काफी साफ है कि वह डीजल वाहनों पर 10% जीएसटी या फिर प्रदूषण टैक्स लगाने पर विचार करने के लिए वित्त मंत्री से बात करने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने कार कंपनियों को डीजल गाड़ियों से दूरी बनाने के लिए भी प्रेरित किया है।
पूरी बातचीत के दौरान डीजल वाहनों पर 10% जीएसटी लगाने का कोई वास्तविक इरादा नहीं था। बस इस पर चर्चा की जा रही थी। हालांकि इस बात पर काफी ज्यादा गंभीरता से लिया गया।
नितिन गडकरी जी ने अपने ट्वीट में क्या कहा
नितिन गडकरी जी ने अपने ट्वीट में कहा ,“डीजल वाहनों की बिक्री पर 10% अतिरिक्त जीएसटी का सुझाव देने वाले मीडिया रिपोर्ट को स्पष्ट करने की तत्काल आवश्यकता है। यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि सरकार द्वारा वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव सक्रिय विचाराधीन नहीं है। 2070 तक कार्बन नेता जीरो हासिल करने और डीजल जैसे खतरनाक ईंधन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के साथ-साथ ऑटोमोबाइल बिक्री में तेजी से वृद्धि के लिए हमारी प्रतिबद्धताओं के अनुरूप, सक्रिय रूप से स्वच्छ और हरित वैकल्पिक ईंधन को अपनाना जरूरी है। यह ईंधन आयात के विकल्प, लागत प्रभावी, स्वदेशी और प्रदूषण मुक्त होने चाहिए।
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भारत में Diesel cars/trucks
Diesel car
भारतीय बाजार आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी माता कंपनियों में से एक है। इसमें डीजल गाड़ियों का प्रयोग काफी ऊंचे लेवल पर किया जाता है, सबसे अधिक प्रयोग इनका आयात और निर्यात जैसे कामों में बड़े ट्रैकों के लिए किया जाता है। इसके साथी कई का निर्माता कंपनियां भी डीजल गाड़ियां की पेशकश करती है।
हालांकि कई कंपनियां ऐसी भी है जिन्होंने डीजल गाड़ियों को अपने लाइनअप से बिल्कुल अलविदा कर दिया है। जैसे की मारुति सुजुकी। वर्तमान में डीजल गाड़ियां पूर्ण रूप से भारतीय बाजार में बंद नहीं होने वाली है, लेकिन आने वाले भविष्य में डीजल गाड़ियों हमें रोड पर देखने को नहीं मिलने वाली है।